जिला यक्ष्मा पदाधिकारियों की भूमिका हुई तय



जिला एवं जिला से बाहर भी की जाएगी निक्षय मित्र की खोज 

गोद लिए गए टीबी मरीजों की हर महीने जारी होगी सूचि 

निक्षय पोर्टल पर किया जायेगा निक्षय मित्रों का सत्यापन 

पटना/ 15 अक्टूबर- राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग वर्ष 2025 टीबी उन्मूलन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अब जिला यक्ष्मा पदाधिकारियों की भूमिका नये सिरे से तय की गयी है. नियमित कार्यों के अलावा अब जिला यक्ष्मा पदाधिकारी निक्षय 2.0 अभियान के तहत टीबी मरीजों को मिलने वाली सामुदायिक सहयोग के हर पहलु पर पैनी नजर रखेंगे. उक्त बातें केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जारी गाइडलाइन में बताई गयी हैं.  

जिलाधिकारी एवं जन प्रतिनिधि एवं अन्य सरकारी कर्मी करेंगे निक्षय मित्र की खोज:

जारी निर्देशिका में बताया गया है कि जिला पदाधिकारी, नगर निगम के आयुक्त, जिला पंचायत के सरपंच आदि अपने जिले एवं पंचायत में निक्षय मित्रों की खोज कर उन्हें टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए प्रेरित करेंगे. लोकल स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवी संस्थान जो निक्षय मित्रों से अनुदान प्राप्त कर सकते हैं वे टीबी मरीजों को गोद लेकर उनकी मदद करेंगे. निक्षय मित्र निक्षय पोर्टल पर अपना निबंधन भी करेंगे एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी उनसे संपर्क कर उनका सत्यापन निक्षय पोर्टल पर करेंगे. 

इलाजरत टीबी मरीजों से लेना होगा अनुमति पत्र:

जारी निर्देशिका में बताया गया है कि सभी इलाजरत टीबी मरीजों से अनुमति पत्र पर हस्ताक्षर लेकर उनकी अनुमति प्राप्त करनी होगी कि वे गोद लिए जाने के इच्छुक हैं. साथ ही नए टीबी मरीजों को चिन्हित करते समय अथवा उपचार प्रारंभ होते ही उनसे सहमती पत्र पर हस्ताक्षर करवाना अनिवार्य होगा. जारी मार्गदर्शिका में निर्देशित है कि जिला एवं प्रखंड स्तर के सभी वरीय चिकित्सा पर्यवेक्षक, सीएचओ आदि के समय समय पर उन्मुखीकरण कर प्राप्त सहमती पत्र का निक्षय पोर्टल पर अपलोड होने की समीक्षा जिला यक्ष्मा पदाधिकारी द्वारा की जाएगी. 

निक्षय मित्र साझा करेंगे गोद लिए गए टीबी मरीजों की सूचि:

जारी मार्गदर्शिका में निर्देशित है कि निक्षय मित्र हर महीने की 20 से 23 तारीख के बीच गोद लिए गए टीबी मरीजों की सूचि जारी करेंगे. यह सूचि निक्षय पोर्टल पर स्वयं दिखेगी एवं ईमेल के जरिये जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के पास उपलब्ध होगी. उक्त सूचि के अनुसार विभाग द्वारा निक्षय मित्र को तय सहायता उपलब्ध करायी जाएगी. 

जिला पदाधिकारी को भेजी जायेगी हर महीने की रिपोर्ट:

जारी निर्देशिका में बताया गया है कि जिला यक्ष्मा पदाधिकारी हर महीने की रिपोर्ट निक्षय पोर्टल पर अपडेट करेंगे एवं जिला पदाधिकारी को हर महीने की प्रगति की रिपोर्ट हर महीने अथवा जब भी जिला प्रशासन की इच्छा हो साझा करेंगे. सभी गोद लिए गए टीबी मरीजों को निक्षय संपर्क हेल्पलाइन नंबर- 1800-11-6666 के बारे में बताएँगे जिससे गोद लिए गए टीबी मरीज उक्त नंबर पर अपनी बात कह सकें. सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर निक्षय संपर्क हेल्पलाइन नंबर- 1800-11-6666 को प्रमुखता के साथ लगाया जायेगा एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम को भी बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रमुखता से दर्शाया जायेगा

रिपोर्टर

  • Swapnil Mhaske
    Swapnil Mhaske

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Swapnil Mhaske

संबंधित पोस्ट