दो बच्चे के बीच तीन साल का रखें अंतरालः डॉ. उमेश शर्मा


-इससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, बीमारियों से होगा बचाव

-जिले में मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का शुभारंभ 

-सदर अस्पताल में लगा मेला, लोगों को उपलब्ध कराई गई परिवार नियोजन की सामग्री


भागलपुर, 15 नवंबर-



 परिवार नियोजन के लिए अस्थायी सामग्री का इस्तेमाल करें। यह किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है। यह आपको परिवार नियोजन में मदद करता है। साथ ही दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल रखें। ऐसा करने से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहता  और बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इससे वह भविष्य में कम बीमार पड़ता है। अगर बीमार पड़ भी जाता  तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने के कारण जल्दी उबर जाता है।

दो बच्चे के बाद लोगों को नसबंदी करा लेना चाहिए-सिविल सर्जन 

उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने मंगलवार को सदर अस्पताल में परिवार नियोजन मेले के उद्घाटन के मौके पर  कही। उन्होंने कहा कि दो बच्चे के बाद लोगों को नसबंदी करा लेना चाहिए। पुरुष या महिला, दोनों में से कोई भी अपनी  नसबंदी करा सकता है। जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का शुभारंभ  हो चुका है। यह पखवाड़ा 4 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान अभियान चलाकर लोगों को पुरुष नसबंदी के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को छोटा परिवार ही रखना चाहिए। दो या इससे कम बच्चे रहेंगे तो हर तरह से फायदा होगा। बच्चे को अच्छी शिक्षा देने में आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा तो उसके स्वास्थ्य से लेकर रहन-सहन का ध्यान रखने में आसानी होगी। इसलिए छोटा परिवार रखें और दो बच्चे के बाद नसबंदी करा लें। मौके पर एसीएमओ डॉ. अंजना कुमार, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, डैम विकास कुमार समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। सदर अस्पताल में लगे मेले में लोगों को परिवार नियोजन की अस्थायी सामग्री उपलब्ध कराई गई और परिवार नियोजन को लेकर काउंसिलिंग भी की गई।

20 तक चलेगा दंपती सपर्क पखवाड़ाः मौके पर मौजूद एसीएमओ डॉ. अंजना कुमारी ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का   समापन 04 दिसंबर को होगा। इसके तहत  14 से 20 नवंबर तक दंपती संपर्क सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक दंपती से संपर्क कर परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए जागरूक और प्रेरित किया जा रहा है, जबकि 21 नवंबर से 04 दिसंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन होगा। इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन कर योग्य लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई साधन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 

गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए परिवार का छोटा होना जरूरीः डॉ. अंजना ने बताया कि समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते  और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लगातार पखवाड़ा समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर योग्य और सक्षम व इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

रिपोर्टर

  • Hemendra Kumar
    Hemendra Kumar

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