परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए सदर अस्पताल में बना परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर हो रहा लाभकारी साबित

- जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध यह सुविधा

- परिवार नियोजन परामर्शदाता के माध्यम से लाभार्थी को दी जाती है परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन के बारे में विस्तृत जानकारी

- परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन अपनाने पर सरकार द्वारा दी जाती है प्रोत्साहन राशि

मुंगेर-

 

परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सदर अस्पताल सहित जिले भर के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर कार्यरत है। इस आशय कि जानकारी जिला के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) और परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉक्टर आनंद शरण सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, भारत सरकार के दिशा - निर्देश के अनुसार सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के प्रति लाभार्थी को जागरूक करने के उद्देश्य से एक परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर का बनाया जाना आवश्यक है, ताकि लोग परिवार नियोजन से जुड़ी तमाम जानकारी को बिना किसी हिचकिचाहट के प्राप्त करें। साथ ही उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सके। परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सुचारू रूप से संचालित है। उक्त योजना के माध्यम से परिवार नियोजन का लक्ष्य प्राप्त करने में काफी मदद मिलेगी।

जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर के माध्यम से लाभार्थी को परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने के साथ लोगों को प्रेरित किया जाता है। इसके साथ- साथ दो बच्चों के बीच सही अंतराल के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई के रूप में कॉपर टी लगवाने, गर्भ निरोधक गोलियां खाने , गर्भ निरोधक इंजेक्शन लगवाने और कंडोम के इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर पर लाभार्थी को परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन अपनाने के लिए कई प्रखंडों में परिवार नियोजन परामर्श दाता कार्यरत है और जहां ये कार्यरत नहीं हैं वहां सीएचओ, एएनएम के द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता हैं।

सदर अस्पताल मुंगेर में परिवार नियोजन परामर्श दाता के रूप में कार्यरत योगेश कुमार ने बताया कि यहां प्रतिदिन ओपीडी के समय आने वाली महिलाएं जिनका परिवार पूरा हो चुका है उन्हें परिवार नियोजन के स्थाई साधन महिला बंध्याकरण करवाने के लिए प्रेरित किया जाता है। वहीं पुरुषों को पुरुष नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस दौरान उन्हें सरकार के द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा यहां आने वाली वैसी महिलाएं जिनका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ है और वो दो बच्चों के बीच अंतराल रखना चाहती है तो उन्हें परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में कॉपर टी लगवाने के साथ- साथ गर्भ निरोधक इंजेक्शन के रूप में एमपीए अंतरा का इंजेक्शन लगवाने, इमरजेंसी ई पिल का डॉक्टर के सलाह के अनुसार इस्तेमाल करने,एमपीए सब कुटेनियस का डोज लेने, गर्भ निरोधक गोलियों के रूप में माला एन, छाया का इस्तेमाल करने और पुरुषों को कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि सभी परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर पर परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में बास्केट ऑफ च्वाइस और ट्रे उपलब्ध रहता है।

मुंगेर में स्वास्थ्य विभाग कि सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया के जिला प्रतिनिधि ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में मुंगेर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एमपीए अंतरा के साथ एमपीए सब कुटेनियस का पहला और दूसरा डोज लाभार्थी को लगाया जा है। इसके लिए परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर के माध्यम से ही लाभार्थी को प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला भर में 14 दिसंबर 2023 से 30 अप्रैल 2024 तक कुल 288 महिलाओं ने एमपीए सब कुटेनियस का पहला और 44 महिलाओं ने दूसरा डोज ले लिया है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के निर्धारित लक्ष्य को शत- प्रतिशत प्राप्त करने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर का सफल संचालन बहुत ही आवश्यक है।

दलहट्टा मुंगेर के रहने वाले पंकज शाह कि 32 वर्षीय पत्नी वीणा देवी ने बताया कि मैं अपनी आशा अर्चना कुमारी के साथ सदर अस्पताल आई हूं यहां परिवार नियोजन परामर्श कॉर्नर में कार्यरत योगेश कुमार ने मुझे परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई सभी प्रकार के साधन को अपनाने के लिए विस्तार पूर्वक जानकारी दी। मेरे तीन बच्चे हैं और यहां आकर समुचित परामर्श मिलने के बाद मैने महिला बंध्याकरण करवाने का निर्णय लिया है। योगेश जी महिला बंध्याकरण करवाने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में भी जानकारी दी है। पहले मुझे इस बात कि जानकारी नहीं थी कि महिला बंध्याकरण करवाने पर सरकार पैसा भी देती है। मैं अपने आसपास रहने वाली तीन से चार बच्चों कि माताओं को भी महिला बंध्याकरण करवाने के लिए प्रेरित करूंगी।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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